कैप्टन आशुतोष की पार्थिव शरीर ससम्मान उनके पैतृक गांव लाने के लिए युवाओं ने बेहतर इंतजाम किए हैंं. जगह-जगह तोरण द्वार बनाया गया हैै. वहीं पार्थिव शरीर को जिले के सीमा में पहुंचते ही गाजे बाजे के साथ पुष्प अर्पित करते हुए लाने की विशेष व्यवस्था की गई है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)