इस उत्सव में कुल सात विधाएं शामिल हैं:
1. भाषण:- युवाओं को अपनी बात प्रभावी ढंग से रखने का अवसर।
2. कहानी लेखन:- सृजनात्मक लेखन कौशल का प्रदर्शन।
3. कविता लेखन:- कविता के माध्यम से भावनाओं की अभिव्यक्ति।
4. पेंटिंग:- कलात्मक अभिव्यक्ति का प्रदर्शन।
5. समूह लोकगीत:- पारंपरिक गीतों के माध्यम से सांस्कृतिक प्रदर्शन।
6. समूह लोकनृत्य:- पारंपरिक नृत्यों के माध्यम से सांस्कृतिक प्रदर्शन।
7. विज्ञान मेला प्रदर्शनी:- विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार और रचनात्मकता का प्रदर्शन। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करना है। इससे युवाओं को अपनी क्षमताओं का विकास करने और अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम का आयोजन राम दयाल सिंह महाविद्यालय परिसर में किया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए जिला कला एवं सांस्कृतिक पदाधिकारी सुष्मिता कुमारी से संपर्क किया जा सकता है।
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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