पूर्व प्रधानाचार्य प्रो. रामभजन मंडल एवं पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि इस महाविद्यालय के प्रधानाचार्य के पद को कई बड़े-बड़े लोगों ने सुशोभित किया है. इनमें प्रो. रत्नचंद, प्रो. महावीर प्रसाद यादव, प्रो. करूणा कुमार झा, प्रो. रमेन्द्र कुमार यादव रवि आदि प्रमुख हैं. पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. परमानंद यादव ने कहा कि इस महाविद्यालय का शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने बड़ी-बड़ी उपलब्धियां प्राप्त की हैं. इसके गौरवशाली इतिहास को नई पीढ़ी तक पहुंचाने की जरूरत है. कार्यक्रम को पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. बलराम सिंह, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. डी. एन. सिंह आदि ने महाविद्यालय के विकास हेतु कई महत्वपूर्ण सुझाव दिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. कैलाश प्रसाद यादव ने बताया कि महाविद्यालय की स्थापना हेतु 26 मई, 1953 को बिहार के प्रथम विधिमंत्री शिवनंदन प्रसाद मंडल की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई थी. इसके बाद महामना कीर्ति नारायण मंडल ने अपनी बहुमूल्य संपत्ति दान कर अपने पिता ठाकुर प्रसाद के नाम पर इस महाविद्यालय की स्थापना की.
कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन अर्थपाल डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि इस महाविद्यालय का स्थापना दिवस कोसी-सीमांचल के शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक इतिहास का एक अविस्मरणीय दिन है. इसको केन्द्र में रखकर एक पुस्तक का प्रकाशन किया जाएगा. धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. रत्नदीप ने कहा कि इसी महाविद्यालय से विश्वविद्यालय का जन्म हुआ है. इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत संस्थापक कीर्ति नारायण मंडल के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ हुई. अतिथियों का अंगवस्त्रम् एवं पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया. पूर्व शिक्षकों एवं कर्मचारियों को सम्मानित किया गया. राजनीति विज्ञान विभाग की छात्रा आरती और उनके साथियों ने स्वागत गीत और लोकगीत की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम के आयोजन में एनसीसी पदाधिकारी ले. गुड्डु कुमार, शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव मिथिलेश कुमार, प्रधान सहायक नारायण ठाकुर, डॉ. अशोक कुमार अकेला, विवेकानंद, मनीष कुमार, मोती कुमार, सुनील कुमार आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
इस अवसर पर पूर्व विकास पदाधिकारी प्रो. ललन प्रसाद अद्री, पूर्व प्रधानाचार्य प्रो. राजीव रंजन, डॉ. विश्वनाथ विवेका, डॉ. मनोज कुमार मनोरंजन, डॉ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन, डॉ. ए. के. मल्लिक, डॉ. जावेद अहमद, सीनेटर डॉ. रंजन कुमार, डॉ. कुंदन कुमार सिंह, अमित कुमार, डॉ. आशुतोष झा, गौरव चौधरी, विनीत राज, मदन मोहन, अर्जुन साह, के. के. भारती, रणवीर कुमार, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, राजा कुमार आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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