उन्होंने कहा कि बच्चों के अधिकारों के बारे में समाज में जागरूकता की कमी और बाल संरक्षण तंत्र में वित्तीय संसाधनों की कमी भी एक बड़ी चुनौती है. कुछ क्षेत्रों में अभी भी बच्चों के खिलाफ क्रूर और जोखिम भरी पारंपरिक प्रथाएं मौजूद हैं, जो उनके जीवन को संकट में डालती हैं. उन्होंने कहा कि आज के बच्चे मोबाइल के अत्यधिक इस्तेमाल के कारण बीमार पर रहे हैं. मोबाइल बच्चों का बचपन छीन रहा है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. कैलाश प्रसाद यादव ने कहा कि बच्चे ही हमारे समाज एवं राष्ट्र के भविष्य हैं. कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक (एनएसएस) डॉ. सुधांशु शेखर तथा धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी पदाधिकारी ले. गुड्डु कुमार ने किया.
इस अवसर पर पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. ललन प्रसाद अद्री, डॉ. राकेश कुमार, बी. एड. विभागाध्यक्ष डॉ. जावेद अहमद, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रंजन कुमार, डॉ. गौरव कुमार चौधरी, राहुल कुमार राय, बीसीए विभागाध्यक्ष के. के. भारती, आसिम आनंद, डॉ. अंकेश कुमार, अभिषेक यादव, अभिषेक शाह, सौरभ यादव, रूपनारायण कुमार, सौरभ कुमार चौहान, संतोष कुमार, मनीष कुमार, कश्यप कुमार, कौशल कुमार, दिलखुश कुमार, सोनू कुमार, संदीप कुमार, कृष्ण कुमार, शिवम कुमार, करण कुमार, संदीप कुमार, प्रिंस कुमार, प्रवण कुमार, प्रतीक कुमार, आदित्य कुमार, मयंक कुमार, नारायण लाल पटेल, मदन मोहन कुमार , राजेश कुमार, जयसवाल कुमार, राजवीर ठाकुर, बाबू साहेब, प्रशांत कुमार, शिवम कुमार, आयुष कुमार, राजू कुमार, कृष्णा राज, प्रीति कुमारी,प्रिया, विश्वास, जॉनसन दास, कुंदन पासवान, शिवम कुमार, दीपक कुमार, आलोक कुमार, वाणी कुमारी, आरती कुमारी, संजीव कुमार, अखिलेश कुमार, ज्योति कुमार , अभिषेक यादव, आमोद आनंद, प्रिया रानी, असीम आनंद, सौरभ कुमार, अंकित कुमार आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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