मधेपुरा: सरकार द्वारा कार्यपालक सहायक, आईटी. सहायक, आईटी मैनेजर के साथ किए जा रहे भेदभावपूर्ण व्यवहार को लेकर. कार्यपालक सहायक सेवा संघ की ओर से वेद व्यास कॉलेज के प्रांगण में आपातकालीन बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता संतोष कुमार ने किया जबकि संचालन आशीष कुमार ने किया. बैठक में कार्यपालक सहायकों ने अपने वेतन और मानदेय वृद्धि के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया. कार्यपालक सहायकों ने आरोप लगाया कि सरकार चुनावी साल में संविदा पर काम करने वाले लगभग सभी कर्मियों के वेतन में डेढ़ से दो गुनी की वृद्धि की है. लेकिन बिहार के सभी विभागों में कार्यरत कार्यपालक सहायकों के वेतन में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं की गई है. सरकार के सभी जन कल्याणकारी कामों को आगे जनता तक पहुंचने वाले कार्यपालक सहायकों के साथ सौतेला व्यवहार किया है. कार्यपालक सहायकों ने अपने 11 सूत्री मांगों को लेकर आने वाले समय में जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी है. कार्यपालक संघ के संयुक्त सचिव चंदन कुमार ने बताया कि आने वाले समय में आंदोलन को तेज किया जाएगा. उन्होंने कार्यपालक सहायकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने, कार्यपालक सहायकों के पद की योग्यता इंटरमीडिएट करने, ईपीएफ का आच्छादन नियुक्ति की तिथि से करने और हटाये गये कार्यपालक सहायकों का समायोजन करने की मांग की. कार्यपालक सहायकों के आकस्मिक निधन पर कम-से-कम चालीस लाख सहायता राशि देने, चिकित्सीय लाभ से आच्छादित करने, सेवाकाल में मृत्यु के बाद 36 माह का एकमुश्त वेतन भुगतान करने और आश्रितों को नौकरी देने, अंतर जिला स्थानान्तरण करने की मांग की. बैठक में मुख्य रूप से मनीष कुमार, अमरदीप कुमार, आशीष कुमार, राजू. सरदार, आशा कुमारी, सुनील कुमार, विपिन कुमार, मिथिलेश कुमार, निशा कुमारी, सतीश कुमार, रंजीत कुमार, सोनू कुमार झा, रतन कुमार, कैलाश कुमार, अमरेश कुमार, गजेंद्र कुमार, पल्लवी कुमारी, संजय कुमार आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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