मधेपुरा: अयांश जन कल्याण फाउंडेशन ने जरुरत मंद को ब्लड उपलब्ध करा कर जिंदगी बचाने का काम किया. कहते हैं कि कोरोना काल के इस विषम समय में जहां अपने एक दूसरे का साथ छोड़ रहे हैं वहीं गैर लोग जिंदगी बचाकर मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं. मधेपुरा के सदर अस्पताल में शुक्रवार को ऐसा ही देखने को मिला जब मधेपुरा ब्लॉक के महेशुवा पंचायत वार्ड नंबर 01 निवासी चिंति देवी डिलीवरी मरीज को B+रक्त की आवश्यकता पड़ी तो उन्होनें महेशुवा के वार्ड नम्बर 1 के वार्ड सदस्य संजय ऋषिदेव को इसकी सूचना दी.
संजय ऋषिदेव ने ब्लड की आवश्यकता और मरीज की हालत को देखकर अयांश जनकल्याण फाउंडेशन संस्था के संस्थापक सह रक्तवीर बरुन कुमार मेहता से सम्पर्क किया. बरुन कुमार मेहता ने अपने काम को अंजाम देने और मधेपुरा के महेशुवा निवासी चिंति देवी की जिंदगी बचाने के लिए मसीहे की तलाश में जुट गए. मसीहा सिंंहेश्वर प्रखंड के गौरीपुर निवासी संतोष पंडित भी शायद इस क्षण का इंतजार कर रहे थे. मौके की तलाश कर रहे संतोष पंडित ने सदर अस्पताल मधेपुरा पहुँचकर एक यूनिट ब्लड देकर चिंति देवी पति बोधि ऋषिदेव के परिवार के सदस्यों पर अमृत की बारिश करवा दिया.
मालूम हो कि कोरोना काल में 18 से 44 साल तक के कई युवा कोरोना वैक्सीन ले चुके हैं. इसलिए रक्त की कमी हो सकती है. इसलिए सभी संस्था के सदस्यों एवं आम नागरिकों से आग्रह है कि वैक्सीन से पहले रक्तदान अवश्य करें. इससे किसी तरह की कोई परेसानी नहीं होती हैं और इससे अधिक से अधिक लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती हैं. ऑक्सीजन खरीदा या बनाया जा सकता है लेकिन ब्लड नहीं. इसलिए आपका एक यूनिट ब्लड कई लोगों के परिवार के सदस्य को जिंदगी और मुस्कुराहट वापस ला सकता है. आएं सब मिलकर भारत को मजबुत बनाये.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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