डेस्क: राष्ट्रीय रंग लोक संस्था द्वारा आयोजित "बिहार युवा रंगमंच रत्न श्री सम्मान 2025" समारोह का भव्य आयोजन रविवार को मुज़फ्फरपुर के प्रतिष्ठित वसंत पैलेस में सम्पन्न हुआ. यह आयोजन संस्था के संस्थापक निदेशक डॉ. सुमन वृक्ष एवं उनकी आयोजन समिति के नेतृत्व में अत्यंत गरिमापूर्ण रूप से संपन्न हुआ. इस अवसर पर बिहार के युवा रंगकर्मी, लेखक एवं सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के 50 सशक्त हस्ताक्षर को 'बिहार युवा रंगमंच रत्न श्री सम्मान 2025' से सम्मानित किया गया. यह सम्मान उन्हें राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर रंगमंच, साहित्य, सामाजिक संवाद एवं सांस्कृतिक सृजन के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदान किया गया. उन्होंने न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अपनी पहचान सृजित की है. प्रथम सत्र में राष्ट्रीय संगोष्ठी 'रंग संवाद' का आयोजन किया गया, जिसमें रंगमंच की सामाजिक, शैक्षिक एवं सांस्कृतिक प्रासंगिकता पर विचार-विमर्श हुआ. द्वितीय सत्र, भोजनावकाश के पश्चात, सम्मान समारोह के रूप में आयोजित हुआ, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से चयनित युवा रंगकर्मियों को सम्मानित किया गया. सुमन वृक्ष में कहा "रंगमंच केवल मंचीय प्रदर्शन नहीं, यह जीवन निर्माण का माध्यम है. यह हमें संवाद करना, नेतृत्व करना, भावों को समझना और आत्मविश्वास से अपने विचार व्यक्त करना सिखाता है." "आज के युवाओं को शॉर्टकट की सोच से ऊपर उठकर रंगमंच जैसे सशक्त माध्यम से सीखना चाहिए, प्रशिक्षित होना चाहिए और अपने क्षेत्र में समर्पण के साथ योगदान देना चाहिए." "चाहे चिकित्सा हो या अभियंत्रण, शिक्षा हो या व्यापार—प्रस्तुतीकरण, नेतृत्व और आत्मविश्वास की आवश्यकता हर क्षेत्र में होती है, और रंगमंच इस कौशल का मूल आधार है." बेगूसराय के कला एवं सांस्कृतिक पदाधिकारी श्याम कुमार साहनी, दरभंगा के वरिष्ठ रंग निर्देशक प्रकाश बंधु, आरा की प्रसिद्ध रंगकर्मी एवं OTT कलाकार साधना, पटना की मौसमी भारती राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) के पूर्व छात्र अमरेश अमन, साहिल कुमार, गौरव कुमार, श्याम कुमार सहनी, कुमार सुमित, शिल्पा भारती तथा दर्जनों NSD स्नातक कलाकार, जिनकी उपस्थिति ने आयोजन को राष्ट्रीय मान्यता प्रदान की. पटना, मुज़फ्फरपुर, पूर्णिया, दरभंगा, आरा, बेगूसराय, सीतामढ़ी, भोजपुर, मधेपुरा, सुपौल सहित बिहार के विभिन्न जिलों से 50 रंग युवक एवं रंग युवतियाँ कार्यक्रम में सक्रिय रूप से शामिल रहे. कार्यक्रम की शुरुआत उपस्थित अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारंभ हुआ. जिसमें राष्ट्रीय रंग लोक के अध्यक्ष डॉ. कुमार विरल, बसंत कुमार बचपन, सुधांशु कुमार, गरिमा विशाल, रंगकर्मी कामेश्वर प्रसाद, नीरज सिन्हा, जयंती सिन्हा, बादल सिन्हा, अखिलेश चंद्र, डॉ गौतम कुमार, शशि शेखर, साकेत साही सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन दीनबंधु महाजन एवं शिवम चंद्रवंशी ने किया. आयोजन को सफल बनाने में राष्ट्रीय रंग लोक परिवार के संचय रमन, राहुल डिसूजा, कृष्णा कुमार, अंशु मिश्रा सभी लोगों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की. कार्यक्रम का समापन "रंग ही संस्कार है" के सामूहिक उद्घोष के साथ हुआ। इस आयोजन ने बिहार की सांस्कृतिक चेतना को नई दिशा प्रदान की और रंगमंच के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन के संकल्प को और अधिक प्रबल किया.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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