मधेपुरा: बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डा. सुग्रीव दास ने जिले के विभिन्न उच्च विद्यालय, आंगनवाड़ी एवं कार्यालयों का निरीक्षण किया गया. जिसमें प्रथम आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 24, जगजीवन पथ वार्ड नंबर 13 का निरीक्षण किया गया. जिसमें सदस्य के द्वारा विधि व्यवस्था सुधारने हेतु निर्देश दिया गया. उसके बाद जिला के केशव कन्या उच्चविद्यालय एवं शिवनंदन प्रसाद महाविद्यालय का निरीक्षण किया गया. जिसमें छात्रों एवं शिक्षको से संवाद करते हुए मोबाइल फोन छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा, डिजिटल लाइब्रेरी, और शैक्षिक ऐप्स तक पहुंच प्रदान के संबंध बताया गया. लेकिन मोबाइल फोन से का कुछ ख़राब प्रभाव भी होता है. अत्यधिक मोबाइल फोन का उपयोग लत का कारण बन सकता है, जिससे ध्यान केंद्रित करने, सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने, और सामान्य जीवन जीने में कठिनाई हो सकती है.
हमें इससे बचने की आवश्यकता है. छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि "कक्षा में नियमित रूप से उपस्थित रहें रहने से ज्ञान एवं बुद्धि का विकास होता है. आयोग के सदस्य को अंग वस्त्र एवं पुष्प गुच्छ भेंट देकर स्वागत किया गया. अंत में जिला अतिथि गृह में विभागीय बैठक आयोजित की गई. जिसमें बाल संरक्षण क्षेत्र से संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारी सम्बिलित हुए. जिसमें मधेपुरा जिला अंतर्गत बाल तस्करी, बच्चों के आर के एक्स्ट्रा में काम करने, डांस ग्रुप में कार्यरत रहने बच्चों के शोषण इत्यादि रोकथाम करने हेतु दिशा निर्देश दिए गए. इस मौके पर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी डी पी ओ, रश्मि कुमारी, डी एस पी सदर, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति, सदर अस्पताल से हेल्थ मैनेजर, किशोर न्याय बोर्ड, श्रम/ विभाग, शिक्षा विभाग के साथ जिला बाल संरक्षण इकाई के पदाधिकारी सम्बिलित हुए.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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