मधेपुरा: ईनामी बदमाशों को सलाखों के पीछे भेजने और जिले में कानून व्यवस्था कायम रखने के उत्कृष्ट कार्याें के लिए पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार सम्मानित किए जाएंगे. सम्मानित होने वाले देश भर के 152 पुलिसकर्मियों में उनका भी नाम शामिल है. 2018 में इस पुरस्कार की शुरुआत की गई थी. इस बार बिहार के सात अधिकारी इस पुरस्कार के लिए चयनित किए गए हैं.
गृह मंत्रालय ने यह सम्मान दरभंगा जिले के एक स्वर्ण व्यवसायी पुत्र के अपहरण के तीन महीने बाद चार जिले के एसपी सहित सात पुलिस पदाधिकारी के अथक प्रयास के बाद सकुशल बरामद किया था. अपहृत के बरामद होने के दौरान एसपी योगेन्द्र कुमार दरभंगा के एएसपी के पद पर तैनात थे. बता दें कि सिंहवारा से एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया था. अपहर्ताओं ने फिरौती के लिए एक करोड़ की राशि मांगी गई थी.
पुलिस ने गहन जांच की. फिरौती के रूप में एक माह बाद राशि की मांग की गई थी. इस दौरान पुलिस ने गोपनीय ढंग से जांच की. साथ ही बदमाशों तक पहुंचने में सफलता पाई. तीन माह के अंदर बच्चे को मुजफ्फरपुर से सकुशल बरामद कर लिया. इस दौरान सात अपहर्ताओं को भी पकड़ा गया था. इसी कार्य को लेकर उन्हें गृह मंत्रालय की ओर से सम्मानित किया जाएगा. पूरे प्रकरण में एसपी योगेन्द्र कुमार का अहम योगदान रहा था.
इस बावत मुख्यालय ने चार एसपी सहित सात पुलिस पदाधिकारी के उत्कृष्ट कार्य के लिए गृह मंत्रालय को अनुसंशा किया था. बुधवार को एसपी योगेन्द्र कुमार सहित सात नाम की घोषणा गृह मंत्रालय ने किया है. एसपी को सम्मान मिलने की खबर पर जिले के तमाम पुलिस पदाधिकारियों में हर्ष है और सभी ने एसपी को बधाई दी है.
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....