घैलाढ: जिला के आदर्श कॉलेज घैलाढ जीवछपुर मधेपुरा परीक्षा केंद्र पर रविवार 10 अगस्त 2025 को बड़ी संख्या में परीक्षार्थी पहुँचे, जहाँ उन्हें प्रवेश से रोक दिया गया. एडमिट कार्ड के अनुसार रविवार को भी दोनो पाली में परीक्षा होनी थी, लेकिन केंद्र पर मौजूद कर्मचारी ने बताया कि आज के दोनों पाली का परीक्षा अब 18 अगस्त 2025 को होगा. कॉलेज या विश्वविद्यालय की ओर से इस बदलाव को लेकर कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई थी. सैकड़ों छात्रों को बिना परीक्षा दिए ही वापस लौटना पड़ा. नाराज़ छात्रों ने सवाल उठाया कि बिना नोटिफिकेशन के परीक्षा स्थगित करने का ज़िम्मेदार कौन है. छात्रों का कहना था कि केंद्र का गेट बंद कर दिया गया और जानकारी लेने पर केवल चपरासी मौजूद था. अन्य कोई भी अधिकारी या स्टाफ वहाँ नहीं था परीक्षार्थियों ने चेतावनी दी कि अगर समय रहते विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट और पारदर्शी सूचना जारी नहीं की तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे. छात्र तेजनरायण कुमार ने कहा हम लोग एडमिट कार्ड लेकर समय पर पहुंचे, लेकिन गेट पर रोक दिया गया. हमें कहा गया कि आज परीक्षा नहीं होगी. विश्वविद्यालय ने कोई सूचना नहीं दी, यह सरासर लापरवाही है, वही छात्रा प्रीतम कुमारी बोली हमने इसके लिए छुट्टी ली, पढ़ाई की, किराया खर्च किया, लेकिन यहाँ सिर्फ चपरासी मिला. बाकी स्टाफ या अधिकारी गायब थे. राजा कुमार, सत्यनारायण कुमार, सूरज कुमार, पंकज कुमार, दिलखुश कुमार, अमरदीप कुमार, राहुल कुमार, एवं अन्य परीक्षार्थी ने गुस्से में कहा 18 अगस्त को परीक्षा करने का निर्णय अगर पहले लिया गया था तो हमें पहले क्यों नहीं बताया गया? इसका जवाब प्रशासन को देना होगा. वहीं छात्र छात्रों के साथ गए अभिभावक में भी कॉलेज प्रशासन पर नाराजगी देखने को मिला. वहीं भूपेन्द्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के स्नातक द्वितीय सेमेस्टर की 10 अगस्त 2025 को होने वाली दोनों पाली की परीक्षा विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक के आदेश से स्थगित कर दी गई थी. विश्वविद्यालय द्वारा जारी पत्र के अनुसार, 10 अगस्त को बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा आयोजित होने के कारण स्नातक परीक्षा स्थगित कर दी गई थी. आदेश में नई तिथि के रूप में 18 अगस्त 2025 निर्धारित की गई और परीक्षाएं पूर्व निर्धारित केंद्रों पर समयानुसार कराने की बात कही गई. यह सूचना परीक्षा नियंत्रक द्वारा 7 अगस्त 2025 को जारी की गई थी. हालांकि, रविवार 10 अगस्त को कई छात्र-छात्राएं अपने एडमिट कार्ड के अनुसार परीक्षा केंद्र पर समय पर पहुंचे, जहां उन्हें परीक्षा स्थगन की जानकारी केवल केंद्र के चपरासी से मिली. छात्रों का कहना है कि उनका अन्य विषयों की परीक्षा 2, 4 और 6 अगस्त को थी, लेकिन 10 अगस्त की परीक्षा की कोई आधिकारिक स्थगन सूचना कॉलेज स्तर पर नहीं दी गई. इस लापरवाही को लेकर छात्रों में गहरा आक्रोश है. अब सवाल यह है कि इसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक की है, कॉलेज प्रशासन की, या फिर सूचना के संप्रेषण में हुई गड़बड़ी की. छात्रों का कहना है कि समय पर और सही माध्यम से जानकारी दी जाती तो उन्हें बेवजह यात्रा और समय की बर्बादी का सामना नहीं करना पड़ता?
(रिपोर्ट:- प्रिंस कुमार प्रभाकर)
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