आजाद स्मृति हिंदी साहित्य सृजन से सम्मानित हुए चम्पारण के शशिकांत शशि - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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13 सितंबर 2025

आजाद स्मृति हिंदी साहित्य सृजन से सम्मानित हुए चम्पारण के शशिकांत शशि

मधेपुरा: हिंदी दिवस की पूर्व संध्या पर आजाद पुस्तकालय द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में पश्चिम चम्पारण के चर्चित साहित्यकार शशिकांत सिंह शशि को आजाद स्मृति हिंदी साहित्य सृजन के सम्मान से सम्मानित किया गया. उद्घाटनकर्ता बीएनएमयू के पूर्व कुलसचिव, स्नातकोत्तर अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो विश्वनाथ विवेका, आजाद पुस्तकालय के अध्यक्ष वरीय साहित्यकार प्रो विनय कुमार चौधरी,सचिव डॉक्टर हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने संयुक्त रूप से अंगवस्त्र, प्रमाणपत्र, उपहार के साथ सम्मानित किया. उद्घाटनकर्ता प्रो विश्वनाथ विवेका ने कहा कि साहित्यकार शशिकांत सिंह शशि का सम्मान उनके साहित्य सृजन का सम्मान है. आजाद पुस्तकालय का यह प्रयास सराहनीय है. ऐसे सम्मानों से अन्य लोगों को प्रेरणा मिलेगी. अध्यक्षता करते हुए पुस्तकालय के अध्यक्ष प्रो विनय कुमार चौधरी ने कहा कि हिंदी भारत की राजभाषा ही नहीं बल्कि वैश्विक पटल पर भाषाओं के बीच अलग पहचान बनाने में लगातार अग्रिम जमानत में है. हिंदी दिवस के दिन हिंदी के कल आज कल पर चर्चा और हिंदी के साहित्यकारों का सम्मान ही इस दिवस की सच्ची सार्थकता है. 
हिंदी साहित्य में शशिकांत सिंह शशि का योगदान आदरणीय

आजाद पुस्तकालय के सचिव डॉक्टर हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि आयोजन समिति ने इस साल के आजाद स्मृति हिंदी साहित्य सृजन सम्मान के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय में कार्यरत पश्चिम चम्पारण के साहित्यकार शशिकांत सिंह शशि को नामित करने के पीछे साहित्य के क्षेत्र में उनका योगदान है. डॉ. राठौर ने कहा कि व्यंग्य संग्रह में समरथ को नहीं दोश, बटन दबाओ पार्थ, सागर मंथन चालू है, जोकर जिंदाबाद, गौर तलब व्यंग्य, व्यंग्य शतक, मंडी में ईमान, व्यंग्य उपन्यास के रूप में प्रजातंत्र के प्रेत, दीमक, व्यंग्य काव्य के रूप में उधो! दिन चुनाव के आए आदि रचनाएं इसकी बानगी है. आजाद पुस्तकालय निरंतर विभिन्न क्षेत्रों की उभरती, नवोदित, स्थापित प्रतिभाओं को सम्मानित कर उनकी प्रतिभा के सम्मान के साथ साथ नई पीढ़ी उससे प्रेरणा लेने का प्रयास कर रही है. 

सम्मानित होने के उपरांत चर्चित व्यंग्यकार शशिकांत सिंह शशि ने आजाद पुस्तकालय का आभार जताते हुए कहा कि यह सम्मान हमारी रचनाओं का सम्मान है जो भविष्य में और जिम्मेदारी से साहित्य सृजन को प्रेरित करेगी. मधेपुरा में मिले इस सम्मान के लिए उन्होंने उपस्थित साहित्यकारों का आभार जताया. इस अवसर पर प्रो सिद्धेश्वर काश्यप, डॉक्टर आलोक कुमार, गजलकार सियाराम यादव मयंक, कामरेड रमन, शंभु क्रांति, गरिमा उर्विशा, आलोक आदि ने व्यंग्य साहित्यकार शशिकांत सिंह शशि को सम्मान मिलने पर बधाई दी.

(रिपोर्ट:- ईमेल)

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