पूर्णिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे ने पूर्णिया को एक नई पहचान दी है. उन्होंने सोमवार को पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन किया, जो कोलकाता के बाद पूर्वी भारत का दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है. इस एयरपोर्ट का रनवे 2,800 मीटर लंबा है, जो बड़े विमानों के लिए उपयुक्त है. साथ ही, 4,000 वर्ग मीटर में फैला टर्मिनल भवन आधुनिक सुविधाओं से लैस है और अगले 40 वर्षों तक के यातायात को संभालने में सक्षम होगा. इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, नागरिक उड्डयन मंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने पूर्णिया एयरपोर्ट का औपचारिक उद्घाटन किया और पूरे परिसर का निरीक्षण कर अधिकारियों से परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी ली. पूर्णिया एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ ही उन्होंने 6,580 करोड़ रुपए की रेल परियोजनाओं सहित करीब 36000 करोड़ रुपए की विभिन्न स्थानीय विकास योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कर क्षेत्र के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया. पूर्णिया एयरपोर्ट अब पूर्वी भारत के प्रमुख हवाई केंद्रों में शामिल हो गया है. कोलकाता के बाद यह पूर्वी भारत का दूसरा और बिहार का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है. लगभग 2,800 मीटर लंबा रनवे बड़े विमानों जैसे एयरबस और बोइंग के संचालन के लिए पूरी तरह उपयुक्त है. यह सुविधा क्षेत्र में हवाई यातायात को सुगम बनाएगी और व्यापार व पर्यटन को बढ़ावा देगी. 4,000 वर्ग मीटर में फैला टर्मिनल भवन आधुनिक तकनीकों से लैस है. इसे अगले 40 वर्षों तक बढ़ते यातायात को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह हवाई अड्डा पूर्णिया के साथ-साथ आसपास के जिलों जैसे कटिहार, किशनगंज, अररिया और सुपौल के लिए भी कनेक्टिविटी का बड़ा केंद्र बनेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने भागलपुर जिले में नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) और आईएंडडी (इंटीग्रेटेड वाटर प्रबंधन) परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इन परियोजनाओं से गंगा की स्वच्छता और जल आपूर्ति में सुधार होगा. इसके साथ ही भागलपुर जिले के पीरपैंती में 3×800 मेगावाट क्षमता वाली थर्मल पावर परियोजना का शिलान्यास भी प्रधानमंत्री ने किया. यह परियोजना बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ाने और क्षेत्र की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सहायक होगी. प्रधानमंत्री ने सुपौल और कटिहार जिलों में आईएंडडी तथा एसटीपी कार्य की आधारशिला रखी. साथ ही कटिहार, भागलपुर और दरभंगा में पेयजल आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए नई परियोजनाओं का उद्घाटन किया. ये योजनाएँ ग्रामीण और शहरी इलाकों में स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगी. प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 35,000 ग्रामीण और 5,920 शहरी लाभार्थियों को नए घरों में गृह प्रवेश कराया. उन्होंने कहा कि यह योजना आम लोगों की जीवन गुणवत्ता सुधारने का बड़ा प्रयास है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार में विकास का स्पष्ट संदेश लेकर आया. क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान, आधारभूत ढांचे में सुधार और रोजगार सृजन के लिए की गई घोषणाओं ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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