संगीत और नाट्यशास्त्र की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर फिर उठी मांग - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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5 अगस्त 2021

संगीत और नाट्यशास्त्र की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर फिर उठी मांग

मधेपुरा: गुरुवार को जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अभिषेक कुशवाहा के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने बीएनएमयू के कुलपति से मिलकर महाविद्यालय व विश्वविद्यालय स्तर पर संगीत एवं नाट्यशास्त्र की पढ़ाई शुरू कराने को लेकर मांग पत्र सौंपा. प्रो. अभिषेक कुशवाहा ने कहा कि कला संस्कृति साहित्य के क्षेत्र में अग्रणी इस मधेपुरा क्षेत्र में संगीत व नाट्यशास्त्र की पढ़ाई शुरू नहीं हो पाना दुखद है. जबकि बीएनएमयू के मातृ विश्वविद्यालय एलएनएमयू दरभंगा में इसकी पढ़ाई स्थापना काल से ही की जा रही है. 

पूर्व के कुलपति प्रो डॉ एके राय के कार्यकाल में वर्ष 2017 में अगले सत्र से संगीत व नाट्यशास्त्र की पढ़ाई शुरू कराने की बात कही गई थी. जिसके बाद यह मामला एकेडमिक सीनेट एवं सिंडिकेट में भी उठाया गया था, लेकिन आज तक इसे शुरू नहीं किया गया. फलत: कला संस्कृति से जुड़ी प्रतिभाओं को उचित सम्मान नहीं मिल पा रहा है. साथ ही रोजगार के विकल्प भी नदारत हैं. उन्होंने कहा कि एलएनएमयू से जब बीएनएमयू विभाजित हुआ था तो उस समय बीएनएमयू अंतर्गत टीपी कॉलेज में कई सत्रों तक नाट्यशास्त्र की पढ़ाई हुई थी. जिसके बाद कुछ कारणवश नाट्यशास्त्र की पढ़ाई होना बंद हो गया.  
जिसका जिक्र राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय ग्वालियर मध्य प्रदेश में नाटक एवं रंगमंच संकाय के विभागाध्यक्ष डा हिमांशु द्विवेदी द्वारा लिखित पुस्तक रंगदृष्टि के पेज नंबर 112 के क्रमांक संख्या 22 में किया गया है. उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि इस पुस्तक में देश के प्रमुख 54 नाट्य संस्थानों, जिसमें राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली समेत अन्य राज्यों के नामचीन नाट्य विद्यालयों का नाम है, उसमें बीएनएमयू अंतर्गत टीपी कॉलेज का भी नाम है. साथ ही टीपी कॉलेज में जब नाट्यशास्त्र की पढ़ाई होती थी. 

तब इस महाविद्यालय से मधेपुरा, सहरसा एवं सुपौल समेत बिहार को गौरवान्वित करने वाले एवं देश के कई पदों को सुशोभित करने वाले तथा वर्तमान में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा महाराष्ट्र में प्राध्यापक के पद पर कार्यरत डॉ. ओम प्रकाश भारती एवं राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली से उत्तीर्ण तथा वर्तमान में मुंबई में बॉलीवुड अभिनेता राम बहादुर रेनू ने भी यहां से पढ़ाई की थी.  
उन्होंने कहा कि स्थानीय रंगकर्मियों ने पढ़ाई शुरू कराने को लेकर कई बार इसकी पहल की पर आज तक रंगकर्मियों को निराशा ही हाथ लगी है. जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव डाॅ. रामशरण मेहता ने कहा है कि संगीत एवं नाट्यशास्त्र का सामाजिक जीवन से काफी सरोकार है इसकी पढ़ाई होनी चाहिए. जदयू प्रदेश महासचिव शिक्षा प्रकोष्ठ सह जिला प्रवक्ता प्रो.रूपा कुमारी ने कहा कि संगीत एवं नाट्यशास्त्र की पढ़ाई शुरू होने से यहां के मेधावी छात्र- छात्राओ को उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर किया जा सकता है. 

वहीं कुलपति डाॅ. आरकेपी रमण ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही फाइल बनाकर प्रस्ताव को पारित किया जाएगा. संगीत एवं नाट्यशास्त्र की पढ़ाई जल्द शुरू कारवाई जाएगी. मौके पर डाॅ. दीनानाथ मेहता, रूपा कुमारी, डाॅ. एम एस रहमान, प्रो.शशि आजाद, ब्रजेश पंडित, प्रो.महेश कुमार, मो. इफ्तेखार आलम, चुनचुन यादव, मनखुश यादव आदि मौजूद थे. 


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