मधेपुरा: जिला मुख्यालय के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज के सटे एक निजी अस्पताल पाटलिपुत्र अस्पताल में दो युवा पत्रकारों के खबर कवरेज के दौरान अस्पताल के संचालक डॉ संतोष कुमार द्वारा मारपीट व अभद्र व्यवहार करते लायसेंसी बन्दूक के दम पर जान से मारने की कोशिश की घटना पर वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कड़ी निन्दा करते हुए मधेपुरा डीएम और एसपी से अविलंब उक्त मामले पर संज्ञान ले दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की हैै.
संगठन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में छात्र नेता राठौर ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के मजबूत स्तम्भ होने के साथ साथ समाज के आइना भी है जो ईमानदारी के साथ खुद को दांव पर लगा सच व झूठ को सामने लाने का काम करते हैं. पत्रकारों पर खबर कवरेज के दौरान एक डॉक्टर द्वारा गुंडागर्दी करना शर्मनाक घटना है इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम हैै. राठौर ने डीएम व एसपी से मांग किया कि इस पूरे घटना कि उच्च स्तरीय जांच की जाए और इसके दायरे में कैंपस के सीसीटीवी फुटेज को मुख्य आधार बनाया जाए जिससे हकीकत सामने आए और डॉक्टर द्वारा लगाए गए बेबुनियाद आरोप और केस की भी पोल खुले.
राठौर ने कहा कि यह भी जांच का विषय है कि सरकारी मेडिकल कॉलेज के इतना नजदीक निजी अस्पताल कैसे चल रहा है वहीं अस्पताल में शांत माहौल को प्राथमिकता दी जाती है वैसे परिसर में वाइरल वीडियो में डॉ की हरकत और लायसेंसी बन्दूक द्वारा गोली फायर कर पत्रकारों को जान से मारने की कोशिश करना गम्भीर विषय हैै. राठौर ने कहा कि वीडियो में डॉ की हरकत को देखकर लगता है कि उक्त डॉक्टर की मानसिक स्थिति भी सही नहीं है. वहीं छात्र नेता राठौर ने जिला प्रशासन से मांग किया कि डॉक्टर व पत्रकार के इस प्रकरण में उस पीड़ित महिला को भी न्याय मिलना चाहिए जिससे मोटी रकम लेकर एक ही बीमारी का दो बार असफल ऑपरेशन किया गया और पत्रकार द्वारा मामला उजागर होने पर दबाने की कोशिश में डॉ संतोष मानवता की हर हद पार कर बैठेे.
राठौर ने साफ शब्दों में कहा कि कुछ ऐसे ही डॉक्टरों के कारण धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों को फजीहत झेलनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि संगठन पीड़ित पत्रकार व महिला मरीज को न्याय दिलाने की मांग करती है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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