सम्मेलन के सचिव एवं बीएन मंडल विश्वविद्यालय में कुलानुशासक सह कुलसचिव रह चुके डॉ. भूपेन्द्र नारायण यादव मधेपुरी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदी साहित्य के स्तंभ व पूर्व कुलपति प्रोफेसर सिन्हा सरीखे मनीषी साहित्यकार के निधन से न केवल मंडल विश्वविद्यालय के लिए बल्कि संपूर्ण प्रदेश और देश के साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है जिसकी निकट भविष्य में भरपाई नहीं की जा सकती. डॉ. मधेपुरी ने यह भी कहा कि उनकी प्रकाशित पुस्तक हिंदी साहित्य एवं लोक चेतना सहित अन्य कृतियों के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार व सम्मान से उन्हें सम्मानित किया जाता रहा है. इस अवसर पर शोकोदगार व्यक्त करने वाले कवि-साहित्यकारों में प्रमुख हैं. पूर्व कुल सचिव प्रोफेसर सचिंद्र, डॉ शांति यादव, डॉ. अरुण कुमार, डॉ विनय कुमार चौधरी, डॉ. विश्वनाथ विवेका, डॉ सिद्धेश्वर कश्यप, डॉ आलोक कुमार, डॉ. रामचंद्र मंडल, प्रोफेसर मणि भूषण वर्मा, सियाराम यादव मयंक, श्यामल कुमार सुमित्र आदि.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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