शंकरपुर: थाना परिसर में भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से की गई. पूजा कार्यक्रम में स्थानीय पंडितों के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच थाना अध्यक्ष रोशन कुमार ने विधिवत पूजा अर्चना की. इस मौके पर थाना परिसर को साफ सुथरा कर सजाया गया था, जिससे वातावरण भक्तिमय बना रहा. पूजा के उपरांत थाना अध्यक्ष ने उपस्थित पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों के बीच प्रसाद का वितरण किया. प्रसाद ग्रहण करने के बाद लोगों ने एक-दूसरे को विश्वकर्मा पूजा की शुभकामनाएं दीं. थाना अध्यक्ष रोशन कुमार ने कहा कि विश्वकर्मा भगवान को विश्व का पहला इंजीनियर और निर्माणकर्ता माना जाता है. उनसे आशीर्वाद लेकर हम सभी को अपने कार्य में निष्ठा और ईमानदारी के साथ आगे बढ़ना चाहिए. पूजा का यह आयोजन हमें सकारात्मक ऊर्जा और एकजुटता का संदेश देता है. ग्रामीणों ने भी इस आयोजन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और थाना परिसर में पुलिस-ग्रामीण आपसी सहयोग का सुंदर दृश्य देखने को मिला. पूजा-अर्चना और प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन शांतिपूर्ण ढंग से किया गया. वहीं प्रखंड क्षेत्र के रायभीर गांव सहित सभी गांवों में भी बुधवार को भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ की गई. सुबह से ही घर-घर में भक्तिमय माहौल बना रहा. ग्रामीणों ने अपने-अपने घरों और कार्यस्थलों पर लोहे से बने औजार, खेती-किसानी के सामान, मोटरसाइकिल, साइकिल, ट्रैक्टर, पंखा, मशीन और विभिन्न उपकरणों की विशेष सफाई कर उनका पूजन किया. पूजन के दौरान भगवान विश्वकर्मा को फल फूल, पुष्प, अक्षत, धूप दीप और नैवेद्य अर्पित किया गया. इसके बाद घर-घर में खीर, पूड़ी, हलवा, लड्डू और विभिन्न पकवानों का भोग लगाकर प्रसाद स्वरूप परिवार एवं ग्रामीणों के बीच वितरण किया गया. पूजा को लेकर बाजारों का रौनकता अलग ही नजारा पेश कर रहा था. वहीं कई स्थानों पर सामूहिक रूप से भी पूजा का आयोजन हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर उल्लास साझा किया. गांव के श्रद्धालुओं का कहना था कि भगवान विश्वकर्मा की कृपा से ही हर कार्य सफल होता है. पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और मेहनत का फल मिलता है. वहीं, युवाओं ने इसे हमारी परंपरा और संस्कृति को जीवित रखने का पर्व बताया.
भक्ति और उल्लास का माहौल बना रहा. पूरे प्रखंड क्षेत्र में दिनभर धार्मिक माहौल बना रहा. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने पूजा में हिस्सा लिया. ग्रामीणों ने आपसी भाईचारे और सहयोग की भावना के साथ इस पर्व को मनाया. वहीं प्रखंड क्षेत्र कुछ सार्वजनिक स्थलों पर ग्रामीणों ने बाबा विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर मेला का भी आयोजन किया.
(रिपोर्ट:- प्रिंस प्रभाकर)
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