मधेपुरा: आम आवाम की आवाज थे भूपेन्द्र बाबू. देश के समाजवादियों में उनका नाम सम्मान से लिया जाता है. समाजवादी विचारधारा के अनुरूप समाज निर्माण उनका सपना था और ताउम्र उसके लिए संघर्ष करते रहे" भूपेंद्र ना० मंडल विचार मंच द्वारा आयोजित 50 वीं भूपेन्द्र ना० मंडल पुण्यतिथि समारोह के अवसर पर प्रो० चंद्रशेखर, पूर्व मंत्री बिहार सरकार एवं सदर विधायक ने कही. वरीय साहित्यकार एवं समाजसेवी प्रो० डॉ० भूपेन्द्र ना० यादव मधेपुरी ने कहा कि आज ही के दिन उन्होंने अपनी सांस टेंगराहा नामक गाँव में ली थी, उनके साथ बिताये क्षणों को याद करते हुए कई संस्मरण सुनाये. डॉ० लोहिया ने भूपेन बाबू को "हीरा" की संज्ञा दी थी. उनके राजनीतिक सूझ -बूझ और दूरदर्शिता के वे भी कायल थे. "आयोजन को सफल बनाने में, कोषाध्यक्ष. डॉ० आलोक कुमार, संयुक्त सचिव डॉ० हर्षवर्धन सिंह राठौर ललित माधव और आनन्द कुमार प्रमुख थे". समारोह में दीपक कुमार, राजेन्द्र प्र० यादव, अमरेन्द्र कुमार आलोक कुमार मुन्ना, गणेश मानव, डा० सिद्धेश्वर कश्यप, सियाराम मंयक, सतीश चन्द्र, सुधांशु शेखर और महेंद्र साह सहित समाज के सभी वर्गों के लोग उपस्थित थे. समारोह का संचालन भूपेंद्र ना० मंडल विचार मंच के सचिव परमेश्वरी यादव और धन्यवाद ज्ञापन नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष रामकृष्ण यादव ने किया.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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